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रघुनाथ कीर्ति को हरा-भरा बनाने का अभियान निदेशक के मार्गदर्शन में एनएसएस के छात्रों लगा रहे देवदार,कटहल और बांस के पौधे

रघुनाथ कीर्ति को हरा-भरा बनाने का अभियान

निदेशक के मार्गदर्शन में एनएसएस के छात्रों लगा रहे देवदार,कटहल और बांस के पौधे

देवप्रयाग। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर, देवप्रयाग के छात्रों ने परिसर को हरा-भरा बनाने का अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत छात्र चिह्नित स्थानों पर पौधे लगा रहे हैं। यह कार्य राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के अंतर्गत किया जा रहा है। अब तक छात्र देवदार,कटहल और बांस के अनेक पौधे लगा चुके हैं। पौधों की सुरक्षा और पोषण का उत्तरदायित्व भी इन्हीं छात्रों का है, क्योंकि यह अभियान उनके कोर्स का हिस्सा है।
परिसर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम के मार्गदर्शन और न्याय विभाग के प्राध्यापक जनार्दन सुवेदी के संयोजकत्व में इन दिनों श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर को हरा-भरा बनाने का अभियान चला हुआ है। पाठ्यक्रम में दो क्रेडिट की इंटर्नशिप में आचार्य (एमए) प्रथम वर्ष के छात्रों ने अभियान के अं तर्गत अतिथि गृह के निकट सड़क किनारे खाली जमीन पर देवदार,बांस और कटहल के पौधे लगाये। साथ ही वहां पर भूमि का सौंदर्यीकरण भी किया। अगले चरण में उस ढालदार जमीन पर बांस के पौधे लगाए जाएंगे, जहां कटाव का खतरा बना रहता है।
प्रो.सुब्रह्मण्यम ने बताया कि आचार्य के छात्रों के लिए यह इंटर्नशिप अनिवार्य है। पौधों का संरक्षण और रखरखाव छात्रों का ही दायित्व है। परिसर में खाली भूमि पर इस प्रकार पौधारोपण किया जाएगा। इस वर्ष काफी संख्या में बांज,बांस इत्यादि के पौधे परिसर में लगाए जाने हैं, क्योंकि अब निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
गौरतलब है कि प्रो.सुब्रह्मण्यम इससे पहले केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के हिमाचल स्थित गरली परिसर में सेवारत थे। उन्होंने वहां भी इसी प्रकार का अभियान चलाकर काफी संख्या में छायादार और फलदार पौधे लगवाए हैं। उनके परिश्रम के परिणामस्वरूप उक्त परिसर हरा-भरा हो चुका है। प्रो.सुब्रह्मण्यम श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में भी बच्चों के साथ लगभग रोज पौधरोपण और जमीन सौंदर्यीकरण कार्य में हाथ बंटाते हैं। इस अभियान में मोहित शर्मा, कुशाग्र अत्री,साहिल शर्मा, विनोद,प्रियांशु गैरोला, रामकृष्ण सेमवाल,सौरभ थपलियाल,अमित पोखरियाल, गिरीश चंद्र भट्ट,सुधीर,अमन,हर्ष इत्यादि भाग ले रहे हैं।

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