Friday, December 1, 2023
Home उत्तराखंड उत्तराखंड :- अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथ का बना खाना नहीं...

उत्तराखंड :- अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथ का बना खाना नहीं खा रहे ये छात्र, चेतावनी देते हुए स्कूल ने बच्चों की टीसी काटी

[ad_1]

टनकपुर (चंपावत)। सूखीढांग के जीआईसी में मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) विवाद फिर शुरू हो गया है। छठीं से आठवीं कक्षा के सात से दस बच्चे अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथों बनाया खाना नहीं खा रहे हैं। आरोप है कि सवर्ण जाति के ये बच्चे जातिगत कारणों से भोजन का बहिष्कार कर रहे हैं। आरोप है कि चेतावनी देते हुए स्कूल प्रशासन ने कुछ बच्चों की टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) भी काटी। इस मामले को सुलझाने के लिए प्रधानाचार्य प्रेम सिंह ने गुरुवार को अभिभावकों की बैठक बुलाई लेकिन इसमें कोई नतीजा नहीं निकला। जीआईसी में इस सप्ताह के पहले चार दिनों में सात से दस सवर्ण बच्चों ने भोजन करने से इन्कार कर दिया।

जानकारी मिलने पर प्रधानाचार्य और कुछ शिक्षकों ने बच्चों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बच्चों ने घरेलू कारणों की दलील देकर खाना खाने से मना कर दिया। नाम काटने की धमकी देते हुए कुछ बच्चों की टीसी भी काटी गई। स्कूल प्रशासन ने छात्रों को अभिभावकों के आने और भोजन न करने तक स्कूल आने से रोक लगा दी। गुरुवार को हुई बैठक में अभिभावकों ने भोजन न करने की वजह जातिगत न बताते हुए निजी बताई लेकिन लंबी बैठक के बावजूद मामला अनसुलझा रहा। स्कूल में दो सवर्ण और एक दलित भोजनमाता है।

जानिए क्या कहते हैं स्कूल के प्रधानाचार्य
प्रेम सिंह, प्रधानाचार्य, जीआईसी सूखीढांग का कहना है कि कुछ दिनों से सात से दस बच्चे अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथ का बना खाना नहीं खा रहे हैं जबकि दूसरी भोजनमाता के हाथों से बनाया खाना ये बच्चे खाते रहे हैं। यह स्थिति न स्कूल के नियमों के अनुकूल है और न ही सामाजिक सौहार्द्र के हिसाब से ठीक है। बृहस्पतिवार को अभिभावकों की बैठक बुलाई गई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। किसी भी बच्चे का नाम नहीं काटा गया है। चेतावनी देने के लिए कुछ बच्चों को टीसी दी गई थी। पूरे मामले की जानकारी विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।



[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

उत्तराखंड देश के सर्वाधिक सुरक्षित राज्यों में से एक और निवेश के लिए सर्वाधिक मुफीद: मुख्यमंत्री

*उत्तराखंड देश के सर्वाधिक सुरक्षित राज्यों में से एक और निवेश के लिए सर्वाधिक मुफीद: मुख्यमंत्री* *ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत देहरादून में सोशल मीडिया...

उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा नानकमत्ता क्षेत्र में हुई लूट की घटना करने वाले अभियुक्तों को किया एक घण्टे के अन्दर गिरफ्तार।

*उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा नानकमत्ता क्षेत्र में हुई लूट की घटना करने वाले अभियुक्तों को किया एक घण्टे के अन्दर गिरफ्तार।* दिनांक- 30.11.2023 को...

संस्कार और संस्कृति आधारित बना साहित्य का पाठ्यक्रम केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ’सम्पूर्ण साहित्य पाठ्यक्रम पुनर्निर्माण कार्यशाला’, देश के नामी विद्वानों ने लिया...

संस्कार और संस्कृति आधारित बना साहित्य का पाठ्यक्रम केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ’सम्पूर्ण साहित्य पाठ्यक्रम पुनर्निर्माण कार्यशाला’, देश के नामी विद्वानों ने लिया भाग़ ...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

उत्तराखंड देश के सर्वाधिक सुरक्षित राज्यों में से एक और निवेश के लिए सर्वाधिक मुफीद: मुख्यमंत्री

*उत्तराखंड देश के सर्वाधिक सुरक्षित राज्यों में से एक और निवेश के लिए सर्वाधिक मुफीद: मुख्यमंत्री* *ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत देहरादून में सोशल मीडिया...

उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा नानकमत्ता क्षेत्र में हुई लूट की घटना करने वाले अभियुक्तों को किया एक घण्टे के अन्दर गिरफ्तार।

*उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा नानकमत्ता क्षेत्र में हुई लूट की घटना करने वाले अभियुक्तों को किया एक घण्टे के अन्दर गिरफ्तार।* दिनांक- 30.11.2023 को...

संस्कार और संस्कृति आधारित बना साहित्य का पाठ्यक्रम केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ’सम्पूर्ण साहित्य पाठ्यक्रम पुनर्निर्माण कार्यशाला’, देश के नामी विद्वानों ने लिया...

संस्कार और संस्कृति आधारित बना साहित्य का पाठ्यक्रम केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ’सम्पूर्ण साहित्य पाठ्यक्रम पुनर्निर्माण कार्यशाला’, देश के नामी विद्वानों ने लिया भाग़ ...

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में पीटीसी नरेन्द्र नगर में प्रशिक्षणरत 53 सहायक अभियोजन अधिकारियों ने मुलाकात की।

  देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में पीटीसी नरेन्द्र नगर में प्रशिक्षणरत 53 सहायक अभियोजन अधिकारियों ने मुलाकात की। ...

Recent Comments